क्या है ग्रीनहाउस खेती जाने इसके फायदे | Greenhouse Farming
ग्रीनहाउस मे धूप, छांव, गर्मी व ठंडक का अधिक प्रभाव नही होता है साथ ही तेज बारिश का असर और तीव्र हवाओं का प्रकोप भी न के बराबर होता है , और फसलों का प्राकृतिक प्रकोपों व अन्य कारकों से बचाव किया जाता है।आप सबसे पहले योजना बनाकर सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के लिये आवेदन करना होगा ।ग्रीनहाउस खेती से बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पाद प्राप्त किए जा सकते हैं जो उपयुक्त नियंत्रित वातावरण में उगाए जाते हैं। बहारी कीट ओर रोगो से फसल की सुरक्षा होती है । क्या है ग्रीनहाउस खेती जाने इसके फायदे | ग्रीनहाउस खेती कैसे शुरु करे

ग्रीनहाउस खेती क्या है ?
ग्रीनहाउस खेती एक ऐसी तकनीक है जिसमे फसल को सुरंक्षित किया जाता है ओर साल भर आप एक ही फसल का उत्पादन बहुत अच्छी तरह से ले सकते हो । इस विधि मे फसलो की रक्षा करने और उन्हें कीटों के साथ-साथ बीमारियों से मुक्त रखने मे मदद करता है । जहां आप फसल कि आवश्यकतानुसार से वातावरण को नियंत्रित करके फसल को आसानी से उगा सकते हैं। ग्रीनहाउस तकनीक से फसलों को विकसित करने और उत्पाद बढ़ाने में मदद करती है ।
ग्रीनहाउस मे धूप, छांव, गर्मी व ठंडक का अधिक प्रभाव नही होता है साथ ही तेज बारिश का असर और तीव्र हवाओं का प्रकोप भी न के बराबर होता है , और फसलों का प्राकृतिक प्रकोपों व अन्य कारकों से बचाव किया जाता है। इनमें से कुछ बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पादों में टमाटर, खीरा, स्वीटकॉर्न, लेट्यूस, रूट सब्जियां, स्ट्रॉबेरी जैसे फल और साथ ही डच गुलाब और कार्नेशन्स जैसे फूल शामिल हैं।
ग्रीनहाउस खेती कैसे शुरु करे
ग्रीनहाउस खेती मे सरकार सब्सिडी भी प्रदान करती है जिससे कि किसान इसमें लगने वाले जरूरी सामान खरीद सकता है । आप सबसे पहले योजना बनाकर सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के लिये आवेदन करना होगा । ग्रीनहाउस खेती कि शुरुआत करने से पहले आप पहले योजना बनाकर अपने आस पास ग्रीनहाउस फॉर्म को बारीकी से समझ ले ओर अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र या पहले से बने ग्रीनहाउस पर जा के प्रशिक्षण ले । ग्रीनहाउस खेती में लगाने के लिए कुछ पूंजी की जरूरत होगी। इसमें लगने वाले जरूरी सामान खरीदना होगा। अगर आप इतना करने में सक्षम है तो आप पहले योजना बनाकर इसकी शुरुआत कर सकते हैं।
ग्रीनहाउस खेती के लिये सब्सिडी
इसके लिये भारत सरकार ग्रीनहाउस खेती के लिए सब्सिडी प्रदान करती है। सब्सिडी राशि खेती की पूरी लागत के 50-60% के बीच प्राप्त होती है । सब्सिडी के लिये आपको आपकी परियोजना का विवरण, जिस परिसर में आप स्थापित करना चाहते है उस खेत की सम्पुर्ण जानकारी, आपके लिए आवश्यक कुल निवेश , इसमें शामिल लागत सिंचाई विवरण, जल आपूर्ति और मिट्टी की गुणवत्ता पर विस्तृत पहलू जिनका आप उपयोग करेंगे, खरीद या किराए का समझौता आदि सभी दस्तावेज की आवश्यक्ता होगी ।
ग्रीनहाउस खेती के लाभ
ग्रीनहाउस खेती से बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पाद प्राप्त किए जा सकते हैं जो उपयुक्त नियंत्रित वातावरण में उगाए जाते हैं। बहारी कीट ओर रोगो से फसल की सुरक्षा होती है । आवश्यक पौधों की पर्यावरणीय परिस्थितियों की उपलब्धता के कारण वर्ष भर में चार से पांच फसलें हरित गृह में उगाई जा सकती हैं। बाजार कि आवश्यकता के अनुसार फसलो को नियंत्रित किया जा सकता है जिससे फल, फुल व सब्जियो कि कमी नही होती है । अंतरराष्ट्रीय मानकों के निर्यात गुणवत्ता वाले उत्पादों का उत्पादन हरित गृह में किया जा सकता है।आपके पास तकनीकी जानकारी है और आप हर दिन पौधों की वृद्धि की निगरानी कर सकते हैं, तो यह आपको वांछित परिणाम देगा जिसका आप प्रभावी ढंग से विपणन कर सकते हैं।
ग्रीनहाउस खेती की कुछ सरचनाए
हाई-टेक ग्रीन हाउस
हाई-टेक ग्रीनहाउस अत्याधुनिक जलवायु नियन्त्रित सुविधा, प्रकाश, उन्नत वेंटिलेशन और स्क्रीनिंग सिस्टम, नवीनतम माइक्रो सिंचाई सिस्टम से लैस होते हैं। प्रतिकूल जलवायु परिस्थितियों के बावजूद विभिन्न बागवानी फसलों के लिए स्वस्थ पौधे एवं उनको समग्र विकास प्रदान करता है यह फसलों को हानिकारक पराबैंगनी विकिरण से बचाता है। इसके साथ ही यह पौधों को अत्यधिक तापमान से बचाव, हवा एवं मिट्टी की नमी को बनाए रखने में मदद करता है। इस संरचना का उपयोग अत्यधिक धूप, ठंड, तेज हवा एवं कीट/पक्षियों के प्रति मूल्यवान फसलों के संरक्षण के लिए किया जाता है।
प्राकृतिक हवादार पॉली हाउस
हवादार पॉली हाउस मे संरचनाओं में सिंचाई, उर्वरता एवं सभी अन्य सभी कार्य मैन्युअल रूप से संचालित किया जाता है। इन संरचनाओं की लागत उच्च तकनीक से कम लेकिन दूसरों की तुलना में अधिक होती है। इसलिए यह संरचनाएं मध्य-सीमा लागत संरचनाओं के अंतर्गत आती हैं। इसमें खड़ी संरचना की दीवार स्टेनलेस स्टील और छत प्लास्टिक की दीवारों से बनी होती है । पॉली हाउस के अंदर का तापमान और नमी बाहरी की स्थिति से अधिक होता है, जो कि प्रकाश संश्लेषण को बेहतर एवं पौधों के विकास को एक समान बनाता है।
ग्रीनहाउस खेती के लिये प्र्मुख फसले
फूल
- जरबेरा, बिगोनिया, गुलदाउदी, ऑर्किड्स, फॅर्न, फ्रेशिया, एन्थोरियम, ग्लेडिओलस,गुलाब, लिली, रसकस, गनीगोजैन्घास, एल्सट्रोनेटिया एवं डेजी आदि
सब्जियां
- पत्तागोभी, मटर, चुकन्दर, टमाटर, शिमला मिर्च, खीरा, फूलगोभी, ब्रोकोली, हरी प्याज, सेम, मटर, चुकन्दर, मिर्च,करेला, बैंगन, स्कैवश, भिंडी,मिर्च, लौकी, शलगम, मूली, अदरक एवं तोरई आदि
फल
- आलू बुखारा, पपीता, स्ट्राबेरी, अंगूर, केला, सिट्रस, आडू एवं खुमानी आदि