शलजम की खेती मे ईन  बातो का रखे ध्यान । शलजम की खेती कैसे करे

शलजम की खेती मे ईन  बातो का रखे ध्यान । शलजम की खेती कैसे करे

उचित समय मैदानी क्षेत्र में सितम्बर से अक्टूबर एंव पहाड़ी इलाकों में अगस्त से अक्टूबर 

शलजम की खेती का बुवाई का समय

शलजम की खेती के उपयुक्त तापमान 12°Cसे  30 °C तक एंव वर्षा 200 से 400cm तक अच्छी रहती है।

शलजम की खेती मे उपयुक्त जलवायु

पूसा कंचन, शलजम एल- 1, लाल 4, सफेद 4, पंजाब सफेद 4, गोल्डन,ptw-ग्लोब, स्नोबल, पूसा चन्द्रमा, पूसा स्वर्णिम, आदि प्रमुख है।

शलजम की उन्नत किस्मे

दोमट मिट्टी, भुरभुरी मिट्टी जिसमें जैविक तत्व अच्छी मात्रा में हो एंव अच्छी पैदावार के ph मान 5.5 से 6.8 अच्छा होता है ।

शलजम की खेती योग्य भुमी

शलजम को हल्की सिंचाई की जरूरत होती है इसको हल्की सिंचाई की आवश्यकता होती है एंव  जलवायु के अनुसार, बाकी की सिंचाइ करे । 

शलजम की खेती सिंचाई

बुवाई के लिए 3 से 4 किलोग्राम बीज दर प्रति हेक्टेयर के लिए पर्याप्त होते हैं।

शलजम की खेती का बीज दर

इसमे मुख्यत जड़ गलन मिलता है जिसके लिये बिजाई से पहले थीरम 3 ग्राम/किलो बीजों का उपचार करें। 

शलजम की खेती रोग व उनका निवारण

खेत की तैयारी के समय निराई गुडाई करे ओर मेड बना ले ,  मिट्टी में गोबर की खाद  अच्छी तरह मिलायें ।

शलजम की खेत की तैयारी

ओर अधिक जानकारी के लिये कृषि विज्ञान केंद्र से प्राप्त करे