चना की खेती मे 10 बातो का रखे ध्यान ।अच्छी पैदावार के लिये चना की खेती कैसे करे
चना की खेती का बुवाई का समयउचित समय मैदानी क्षेत्र में सितम्बर से अक्टूबर एंव पहाड़ी इलाकों में अगस्त से अक्टूबर
चना की खेती मे उपयुक्त जलवायुचना एक रबी की फसल है उपयुक्त तापमान 12°Cसे 30 °C तक एंव मध्य्म वर्षा 60 से 80 cm तक अच्छी रहती है ।
चना की खेती खाद
चने की फसल को नाईट्रोजन की कम आवश्यक्ता होती है इसके लिये नाईट्रोजन की आपुर्ति के लिये 50 kg/hctr एंव 40kg/hctrकी दर से फास्फोरस देनी चाहिये ।
चना की उन्नत किस्मे के लिये निचे कुछ किस्मे दी गई है - C-235,RSG-44,RSG-888(प्रमुख ), पुसा 362 ,GNG 1292, CSJK- 6 आदि प्रमुख है।
चना खेती योग्य भुमीदोमट मिट्टी, या हल्की दोमट मिट्टी जिसमें जैविक तत्व अच्छी मात्रा में हो एंव ज्यादा क्षारिय ना हो ।
सिंचाई
चना को हल्की सिंचाई की जरूरत होती है एंव जलवायु के अनुसार, बाकी की सिंचाइ करे । चने की फसल के लिये 2 से 3 सिंचाई प्रयाप्त है ।
चने की बीज को अच्छी तरह उपचारित करना बीज को उपचारित करने के लिये 1 लीटर पानी मे 250 gm गूड को गर्म करके ठंडा होने पर उसमे राइजोबियम कल्चर व फास्फोरस जिवाणु को अच्छी तरह से मिला
चना बीज दर
बारानी क्षेत्र मे बीज दर 80 kg/hctr ओर सिचिंत क्षेत्र मे 60kg/hctr पर्याप्त होती है । पंक्ति से पंक्ति दुरी 45 से 50 cm पर करनी चहिये ।
खेत की तैयारी
खेत की तैयारी के समय सबसे पहले प्लाउ ओर हल से या डिस्क हैरो से मिट्टी अच्छी तरह से पलट ले एंव अंत मे पाटा लगाकर भुमी समतल कर ले । ।
चना खेत की तैयारीखेत की तैयारी के समय सबसे पहले प्लाउ ओर हल से या डिस्क हैरो से मिट्टी अच्छी तरह से पलट ले एंव अंत मे पाटा लगाकर भुमी समतल कर ले । ।