गाजर की खेती कैसे करे । गाजर की खेती मे रखे 10 बातो का ध्यान
खेती समाचार – गाजर की खेती मे बहुत सी बातो का ध्यान रखना चाहिये वैसे गाजर भारत में हरियाणा, आंध्र प्रदेश, पंजाब और उत्तर प्रदेश गाजर उगाने वाले प्रमुख राज्य हैं। गाजर विटामिन ए का एक बहुत बड़ा स्त्रोत है। गाजर भारत की प्रमुख सब्जी की फसल है। आपको गाजर की अच्छी पैदावार के सावधानीपुर्वक फसल की किस्मो का चयन करना चाहिये । गाजर की खेती कैसे करे । गाजर की खेती मे रखे 10 बातो का ध्यान

गाजर की खेती मे रखे इन बातो का ध्यान: –
गाजर की खेती के लिये कौनसी जलवायु अच्छी है?
यह खास तौर पर रबी की फसल के रुप मे है इसके लिये तापमान 7°C से 27°C तक होना चाहिये । सभी प्रकार की भूमि उपयुक्त रहती है। लेकिन रेतीली दोमट भूमि अधिक उपयुक्त रहती है।
गाजर की खेती के लिये खाद
गोबर की खाद या कम्पोस्ट 150 क्विन्टल/ हैक्ट. भूमि की तैयारी के समय एंव 15 से 20 दिनो के बाद नाईट्रोजन 75 kg/हैक्ट. देना चाहिये ।
गाजर की खेती के लिये बीज की मात्रा
गाजर की खेती के लिये बीज 6 kg प्र्ति हैक्टयर बीज की आवयश्क होती है ।
गाजर की खेती के लिये सिंचाई
गाजर की खेती मे अच्छा उत्पादन के लिये बिजाई के तुरंत बाद ओर इसके बाद 6 से 8 दिनो केअन्तराल बाद करनी चाहिये ।
गाजर की खेती के लिये समय
ये समय आपके क्षेत्र के हिसाब से होना चाहिये । एशियाई क़िस्मों की बुवाई अगस्त से अक्टूबर तक और यूरोपियन क़िस्मों की बुवाई अक्टूबर से नवम्बर मे करते हैं.
गाजर की खेती के लिये भूमि की तैयारी
प्रथम जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करे उसके बाद 2-3 बार कल्टीवेटर चलाकर खेत को समतल कर लें।
गाजर की खेती के लिये उन्नत किस्मे
घाली,पूसा केसर,PC 34,Punjab Black beauty ओर नेन्टीस आदि कुछ गाजर की खेती के लिये उन्नत किस्मे है ।
फसल की कटाई
गाजर की खेती के लिये फसल की कटाई किस्मों के आधार पर बिजाई के 90-105 दिनों के बाद गाजरों की कटाई की जाती है।
गाजर की खेती मे रोग
पत्ते मे धब्बा बनना ईसके लिये मैनकोजेब 2 gm/litr पानी में डालकर स्प्रे करें।ओर नीमटोड्स नीम केक 0.7 टन/ है. में बिजाई के समय डालें।
गाजर की खेती के लिये भूमि
सभी प्रकार की भूमि उपयुक्त रहती है। लेकिन रेतीली दोमट भूमि अधिक उपयुक्त रहती है।